हजारों ख्वाब टूटते हैं तब कहीं कोई एक सुबह होती है! SHARE FacebookTwitter हजारों ख्वाब टूटते हैं तब कहीं कोई एक सुबह होती है! SHARE FacebookTwitter
कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है, किंतु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,.......Read Full Message